
बात 1995 की है. 17 दिसंबर की रात करीब चार टन वज़न के हथियार लादकर एक रूसी विमान ने कराची से ढाका के लिए उड़ान भरी. उसमें आठ लोग सवार थे. विमान ने वाराणसी के एक हवाई अड्डे पर ईंधन भरवाया. जब विमान पश्चिम बंगाल के पुरुलिया ज़िले से गुज़रा, तभी नीचे की तरफ उड़ान भरने लगा. यहां विमान से एक गांव में हथियार गिराए गए थे. मगर हैरानी की बात ये थी कि विमान यहां नहीं रुका बल्कि कलकत्ता में ईंधन भरवारकर थाईलैंड के लिए उड़ा. मगर ये हथियार क्यों गिराए गए थे? भारत सरकार की तरफ से इस मामले में क्या कार्रवाई की गई? विवेचना में इसी घटना की कहानी सुना रहे हैं रेहान फ़ज़ल.
वीडियो: सदफ़ ख़ान
#purulia #history #weapons
* बीबीसी हिंदी से आप इन सोशल मीडिया चैनल्स पर भी जुड़ सकते हैं-
फ़ेसबुक-
ट्विटर-
इंस्टाग्राम-
व्हाट्सऐप-
बीबीसी हिंदी का एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें-