माँ-पापा ने लाख मुश्किलें झेलीं, लेकिन हमारी पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी

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पंजाब के बुढ़लाड़ा (मानसा जिला) की एक गरीब परिवार की तीन बहनों — रिंपी कौर (28 वर्ष), बींत कौर (26 वर्ष) और हरदीप कौर (23 वर्ष) — ने पहले प्रयास में बिना किसी कोचिंग के UGC‑NET परीक्षा क्लियर की। उनकी परीक्षा के नतीजे 22 जुलाई 2025 को घोषित हुए ।

उनके पिता बिक्कर सिंह, जो गुरुद्वारे में ग्रंथी हैं, और माता मनजीत कौर, जो दिहाड़ी मजदूर हैं, ने कभी अपनी बेटी की पढ़ाई में किसी तरह की कमी नहीं छोड़ी ।

📚 तैयारी और विषय

तीनों बहनों ने:

स्व‑अध्ययन (कोचिंग के बिना) के माध्यम से परीक्षा की तैयारी की।

रिंपी कौर ने कंप्यूटर साइंस,

बींत कौर ने इतिहास, और

हरदीप कौर ने पंजाबी विषय में नेट की परीक्षा क्लियर की ।

हरदीप ने नेट दो साल लगातार क्लियर किया है और अब वे JRF (जूनियर रिसर्च फैलोशिप) की तैयारी कर रही हैं ।

💪 संघर्ष व प्रेरणा

यह परिवार पंजाब के सबसे कम साक्षरों वाले जिलों में से एक क्षेत्र से आता है।

बहनों ने सरकारी स्कूलों से पढ़ाई की, समय-समय पर परिवार में आर्थिक मदद भी की, private tuition जैसे कामों से खर्चा जुटाया ।

उनके पिता ने कहा: “इनकी सफलता दिल का हिस्सा कर देती है — इस पर गर्व है”, जबकि उन्हें यह सफलता पूरी तरह उनकी मेहनत और दृढ़ संकल्प का नतीजा बताया ।

🎯 अब भविष्य की राह

UGC‑NET क्लियर करने की वजह से ये तीनों Assistant Professor बनने की पात्रता प्राप्त कर चुकी हैं।

JRF क्वालीफाई करने वाली बहनें रिसर्च और PhD के लिए स्कॉलरशिप स्टाइपेंड भी पा सकती हैं ।

इनका यह सफर सिर्फ व्यक्तिगत सफलता ही नहीं, बल्कि गाँव और जिले के लिए प्रेरणा स्रोत बन गया है।



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