
हम किडनी के नेचुरल रास्ते से एक पतली सी फ्लेक्सिबल दूरबीन को पथरी तक पहुंचाते हैं, लेजर से उसको तोड़ने के बाद एक पतले से फोरसेप से उसको पूरा बाहर निकाल दिया जाता है, उसके बाद यह चेक किया जाता है कि कहीं पर कोई भी पतरी ना बची हो, इस प्रोसेस को आरआईआरएस बोला जाता है।