
सर्दियों की गुनगुनी धूप में छत पर बैठ जाना। माल्टे-नारंगी की फांहे अलग कर एक थाली में सजाना। उसके ऊपर घर में सिलवटे का पिसा हुआ नमक, चीनी, सरसों का तेल, मलाई और तिल पीसकर फिर मिलाकर तैयार होती है खटाई। एक बार खा लीजिए तो आत्मा तक तृप्त हो जाती है।
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