
इसराइल के नेशनल सिक्योरिटी मिनिस्टर इतेमार बेन-ग्वेर बीते रविवार को अल-अक्सा मस्जिद परिसर में प्रार्थना करने गए थे. उनके ऐसा करने से मिडिल-ईस्ट के सबसे संवेदनशील स्थलों में से एक में दशकों पुरानी व्यवस्था का उल्लंघन हुआ. दरअसल लंबे समय से एक समझौता चला आ रहा है, जिसके तहत यहूदी लोग इस स्थल पर जा तो सकते हैं, लेकिन वहां उन्हें प्रार्थना करने की इजाज़त नहीं है. तो आखिर ये अल-अक़्सा मस्जिद की कहानी क्या है और यहूदियों और मुसलमानों के बीच ये इतनी ज्यादा अहमियत क्यों रखती है.
वीडियोः नवीन नेगी और दीपक जसरोटिया
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